एक पत्रकार,पिछले, 30 वर्षों से पत्रकारिता, करते आ रहे वरिष्ठ, पत्रकार, सूर्य, नारायण, जी शर्मा, जो कि अपनी पत्रकारिता, में
नैनवा = पिछले 30 वर्षों से पत्रकारिता करते आ रहे वरिष्ठ पत्रकार सूर्य नारायण जी शर्मा जो कि अपनी पत्रकारिता में प्रपत्र और निष्पक्ष का से खबरों को संजोते हैं नैनवा में कई ऐतिहासिक मुद्दे जिन्हें जनता द्वारा उठाया गया उन्हें बखूबी अपनी पत्रकारिता से उन आंदोलनों को आवाज दी जहां पर राजनेताओं का भ्रष्ट तंत्र आंदोलनों के विपक्ष में खड़ा होने के बावजूद कई बार उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया गया लेकिन एक सच्चे पत्रकार की खूबी यही होती है कि वह अपने लक्ष्य को निर्धारित कर निष्पक्ष पत्रकारिता के साथ आगे बढ़ता है मुझे इस बात को कहने में कोई संकोच नहीं होना चाहिए कि नैनवा के अंदर अब तक 2 बड़े आंदोलन हो चुके हैं जिसमें से एक आंदोलन 56 दिन तक चरागाह भूमि मुक्ति दल द्वारा किया गया उस आंदोलन में हमारे सभी पत्रकारों ने बहुत ही सराहनीय तरीके से आंदोलनकारियों की आवाज बनकर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के कानों तक पहुंचाएं इसलिए मेरा मानना है कि व्यक्ति मीडिया को जिस तरीके से कोसता है अगर वही मीडिया के कुछ पॉजिटिव मुद्दों को उजागर करता है तो उससे पत्रकारों का हौसला बुलंद होता है एक समय यह भी आया था कि पत्रकारों को नोटिस दिया गया नैनवा से जवाब मांगा गया सत्य का साथ देने के बदले लेकिन निडरता के साथ पत्रकारों का नेतृत्व करते हुए सूर्य नारायण जी ने आंदोलन को हल्का सा भी ढीला नहीं पड़ने दिया मुझे अच्छी तरह से ज्ञात है कि हमारे ऊपर दबाव पड़ने के बावजूद हमें संभालने में कहीं ना कहीं पत्रकारों का बहुत बड़ा हाथ है विशेष सूर्य नारायण जी का इसलिए मेरा मानना है कि किसी भी मीडिया कर्मी के दोनों पहलुओं को समझकर ही मीडिया कर्मियों के ऊपर आरोप-प्रत्यारोप लगाना चाहिए क्या मालूम हमारे आरोप लगाने से पत्रकार का सम्मान क्षतिग्रस्त होता हो
विजय डोमेला (संपादक राजस्थान)