किसान, महापंचायत, के आव्हान, पर नैनवां, उपखण्ड, क्षेत्र के मानपुरा, गांव, में गोर्वधन, पूजा, के साथ हल की पूजा, अर्चना, की गई है। किसान, महापंचायत, के जिला महामंत्री कजोड़ धाकड़, ने बताया, कि रविवार, दोपहर को गांव के पंच पटेलो, की बैठक आहूत, की गई,
किसानो ने की हल की पूजा, सरकारो को सद्बुद्वि दे हलधर
गाजे बाजे के साथ एक घंटे तक हुई पूजा,बारिस में बरकार रहा उत्साह
नैनवां,16 नवम्बर। किसान महापंचायत के आव्हान पर नैनवां उपखण्ड क्षेत्र के मानपुरा गांव में गोर्वधन पूजा के साथ हल की पूजा अर्चना की गई है। किसान महापंचायत के जिला महामंत्री कजोड़ धाकड़ ने बताया कि रविवार दोपहर को गांव के पंच पटेलो की बैठक आहूत की गई। बैठक में किसानो से जुड़ी हुई समस्याओ एंव किसान आन्दोलन के बारे में चर्चा की गई साथ ही किसानो की सुखसमृद्वि का प्रतिक हल की पूजा करने पर भी मंथन किया।
किसान हीतो की रक्षा का आव्हान – किसान महापंचायत के जिला महामंत्री कजोड़ धाकड़ ने बताया कि खेती किसानी संस्कृतिक है,जब भी कोई प्राकृतिक आपदा आती है,तो किसान अपने अराध्य देव स्थानो पर उल्टा हल गाढ़ने की परम्परा है। आज भी किसान ऐसा करते है,ओर प्राकृतिक आपदा से निजात पाते है। हल किसानो की सुख समृद्वि का प्रतिक है। वर्तमान में किसानो पर संकट के बादल मंडरा रहा है। खेती बाड़ी को छोड़कर किसान आन्दोलन में लगे हुए है। इसके बावजूद किसानो की समस्याओ पर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। अब किसानो ने हल की पूजा अर्चना करके किसानो हीतो की रक्षा करने का आव्हान किया है। यह अनूठा आयोजन पूरे प्रदेश में केवल बून्दी जिले के मानपुरा गांव में आयोजित किया है। अब हर गांव हर ढाणी में किसानो द्वारा हल की वैद्विक रीतिरिवाज से पूजा अर्चना करके हलधर भगवान से आव्हान किया जायेगा। जिससे सरकारो को सद्बुद्वि मिले ओर वे किसान हीतो में कानून बनाने।
गाजे बाजे के साथ हुआ हल पूजन –
साय 7 बजे से मानपुरा गांव में महिलाएं एंव पुरूष एकत्रित हुए। पंच पटेल का जमावड़ा लगा। अनूठे आयोजन को देखने के लिए गांव के बाहर से भी लोग एकत्रित हुए। 7.30 बजे पराम्पगत गाजे बाजे में मश्क,ढोलक,थाल,मंजीरे के साथ हलधर के जयकारो के साथ विधिविधान से पूजा अर्चना शुरू की गई। पंच पटेलो ने हल को तिलक लगाया,पुष्प् चढ़ाये,धूपाड़े में गुगल धूप डाल कर पूजा अर्चना की गई। पूजा अर्चना के समय गाजे बाजे बजते रहे। पहली बार गोर्वधन की पूजा के साथ ही गई हलधर की पूजा का नजार अनुठा रहा। महिलाओ ने मंगल गीत गाये। पूजन के समय महिलाएं एंव पुरूषो ने नृत्य किया। पूजन के समय अचानक बारिस शुरू हो जाने के बाद भी लोगो का उत्साह कम नहीं हुआ। पूरे तन मन से किसानो ने पूजा अर्चना करके आरती उतारी गई। इसके बाद हलधर से प्रार्थना की गई कि आज किसानो की उपेक्षा की जा रही है। किसान न्यूनतम् समर्थन मूल्य खरीद की गारंटी का कानून बनाने के लिए लगातार आन्दोलन कर रहे है। लेकिन सरकारे किसान हीतो में कोई फैसला नहीं ले रही है। ऐसे में अब हलधर सरकार को सुद्वबुद्वि दे ताकि सरकारे किसान हीतो में फैसला ले सके। सामूहिक पूजा अर्चना के समय पंच पटेल में श्योजीलाल पटेल,गंगाराम चैपदार, श्रवण धाकड़, राम किशन मीणा, पपू लाल मीणा,शंकर लाल धाकड़, बाबूलाल धाकड़,रामसहाय अध्यापक, ऊकार चैपदार, भॅवर लाल बैरवा ,रमेश पंचाल, भॅवरलाल बैरवा सहित महिलाएं व ग्रांमीणजन मौजूद रहे।हमारी संस्कृति ऋषि-कृषि पर आधारित है। ऐसा कहा जाता है,कि जब कोई नहीं सुनता है,तो ईश्वर की शरण में जाना चाहिए। किसानो के पास हल है,लेकिन उनकी समस्या का हल सरकारो के पास नहीं है। इसलिए हल पूजन परम्परा की शुरूआत की है। तुलसीराम सैनी जिलाध्यक्ष किसान महापंचायत बून्दी
फोटो-1 मानपुरा में हल की पूजा करते हुए
-2 परम्परागत गाजे बाजे

Traim vremuri tulburi in care omul bun este infierat, iara raul rau umbla printre noi dezlegat si bucuros de raul altora. Bert Gene Slavic Feodora Chalmers Rayner
I have read some good stuff here. Certainly price bookmarking for revisiting. I wonder how so much effort you place to make this type of wonderful informative site.| Sibylla Tyson Ailina