मध्यप्रदेश तेजी से विकास की नई ऊंचाइयां प्राप्त करता रहेगा: प्रधानमंत्री श्री मोदी

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मध्यप्रदेश तेजी से विकास की नई ऊंचाइयां प्राप्त करता रहेगा: प्रधानमंत्री श्री मोदी
17 हजार करोड़ रुपए से अधिक की विकास परियोजनाओं का वर्चुअली लोकार्पण एवं शिलान्यास
प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में नवाचार के कार्यक्रम हो रहे हैं: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
आगर-मालवा, 29 फरवरी/ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश तेजी से विकास की नई ऊंचाइयां प्राप्त करता रहेगा। विकास परियोजनाएं और कार्य मध्यप्रदेश को विकसित राज्य बनाने के साथ जनता के जीवन को आसान बनायेंगी। इनसे निवेश, नौकरियां और स्वरोजगार के अवसर बढेंगे। प्रधानमंत्री श्री मोदी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में “विकसित भारत-विकसित मध्यप्रदेश” कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल श्री मंगु भाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम का शुभांरभ किया।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि विकसित मध्य प्रदेश के निर्माण के लिए केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार खेती, उद्योग और टूरिज्म पर अधिक बल दे रही है। मां नर्मदा पर तीन परियोजनाओं का भूमि पूजन, जनजातीय क्षेत्र में सिंचाई के साथ-साथ पेयजल की समस्या का समाधान भी करेगा। सिंचाई के क्षेत्र में मध्यप्रदेश में नई क्रांति होते दिख रही है। केन-बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखंड के लाखों परिवारों का जीवन बदलने वाला है। वर्ष 2014 से पहले 10 वर्षों में 40 लाख हेक्टेयर भूमि को सूक्ष्म सिंचाई के दायरे में लाया गया था लेकिन पिछले 10 वर्षों में 90 लाख हेक्टेयर भूमि को सूक्ष्म सिंचाई से जोड़ा गया है।
साइबर तहसील, ग्रामीण परिवारों का समय और धन बचाएगी
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि प्रदेश में साइबर तहसील का शुभारंभ किया जा रहा है। साइबर तहसील के माध्यम से जमीन का नामांतरण रजिस्ट्री और अन्य मामलों का समाधान डिजिटल माध्यमों से त्वरित रूप से हो जाएगा। इससे ग्रामीण परिवारों का समय और धन दोनों बचेगा। यह समय और धन ग्रामीण परिवार कृषि और उससे जुड़े अन्य रोजगार में लगाएगा। इस तरह से उसकी आय में भी वृद्धि होगी और जीवन आसान होगा।
विक्रमोत्सव हमारी गौरवशाली विरासत और विकास का उत्सव
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि विक्रमोत्सव हमारी गौरवशाली विरासत और विकास का उत्सव है। समृद्धशाली विरासत और विकास कार्य कैसे एक साथ उत्सव के रूप में मनाये जाते हैं, यह उसका प्रमाण है। बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन पूरे विश्व में वैदिक गणना की केंद्र रही है। प्राचीन समृद्ध इतिहास को फिर से स्मरण करते हुए विश्व की पहली विक्रमादित्य वैदिक घड़ी उज्जैन में स्थापित की जा रही है। यह हमारे समृद्ध अतीत को याद करने का सिर्फ अवसर नहीं है बल्कि भारत को विकसित बनाने के क्रम का साक्षी बनने का मौका भी है।
700 लाख मीट्रिक टन अनाज के भंडारण के लिए होगा सवा लाख करोड़ से अधिक का निवेश
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि किसानों की एक बड़ी समस्या अनाज के भंडारण की रही है। इस समस्या के निवारण के लिए भंडारण की सबसे बड़ी योजना पर कार्य किया जा रहा है। लगभग 700 लाख मीट्रिक टन अनाज के भंडारण के लिए सरकार सवा लाख करोड़ से भी अधिक का निवेश करेगी, जिससे किसानों को उनकी फसल का बढ़ा हुआ और सही दाम मिलेगा।
गांव को बनाएंगे आत्मनिर्भर
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि सरकार गांवों को आत्मनिर्भर बनाने पर अधिक बल दे रही है। आत्मनिर्भर गांव ही आत्मनिर्भर प्रदेश और आत्मनिर्भर देश का निर्माण करेंगे। इसके लिए देश में सहकारिता के विस्तार पर अधिक बल दिया जा रहा है। गांव में लाखों सहकारिता समितियों का गठन किया जा रहा है। खेती, पशुपालन, मुर्गी पालन, मछली पालन और अन्य माध्यम से किसानों की आय में वृद्धि का प्रयास किया जा रहा है। किसानों को उनकी भूमि का स्वामित्व और स्वामित्व से जुड़ी अन्य समस्याओं के निवारण के लिए पीएम स्वामित्व योजना के जरिए स्थायी समाधान उपलब्ध कराया जा रहा है। मध्यप्रदेश, स्वामित्व योजना के तहत अच्छा कार्य कर रहा है। प्रदेश के गांवों का ड्रोन के माध्यम से शत प्रतिशत सर्वे किया जा चुका है। अभी तक 20 लाख से अधिक स्वामित्व कार्ड दिए जा चुके हैं। इन स्वामित्व कार्ड के उपयोग से निर्धन परिवार कई तरह के विवादित कार्यों से बचा रहेगा।
निवेश और रोजगार के नए अवसर पैदा करना मोदी का संकल्प
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि प्रदेश में निवेश और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न करना मोदी का संकल्प है। आने वाले समय में मध्यप्रदेश देश के प्रमुख औद्योगिक राज्यों में शामिल होगा। आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया का मध्य प्रदेश एक प्रमुख स्तंभ है। मुरैना के सीतापुर में मेगा लेजर एंड फुटवियर क्लस्टर, इंदौर में रेडीमेड गारमेंट इंडस्ट्री पार्क, मंदसौर के इंडस्ट्रियल पार्क का विस्तार और धार इंडस्ट्रियल पार्क का नवीन निर्माण, यह सभी इसी दिशा में उठाए जा रहे प्रमुख कदम है। मध्य प्रदेश में खिलौने बनाने की पुरानी परंपरा रही है, लेकिन पुराने समय में हमारे बाजार और घर विदेशी खिलौनों से भरे पड़े थे। सरकार ने देश में खिलौने बनाने वाले पारंपरिक परिवारों को विश्वकर्मा योजना के तहत मदद दी, जिसके कारण भारत में खिलौनों का आयात कम हो गया। वर्तमान में हम आयात से अधिक विदेशों में खिलौनों का निर्यात कर रहे हैं। बुधनी के खिलौने बनाने वाले साथियों के लिए यह अच्छा अवसर है। देश की कला और कौशल के प्रचार का जिम्मा भी मोदी का है। विदेशी अतिथियों को कुटीर उद्योग में बना सामान उपहार में देता हूं तो आपकी कला और कौशल का प्रचार करने का पूरा प्रयास करता हूं।
एमपी अजब है सबसे गजब है
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में पूरे विश्व में भारत की साख बढ़ी है। भारतीयों को सम्मान की नजर से देखा जाता है। भारत की इस बढ़ी हुई साख का सीधा लाभ निवेश और पर्यटन के क्षेत्र में होता है। आज अधिक से अधिक लोग भारत आना चाहते हैं। भारत आएंगे तो मध्य प्रदेश आना स्वाभाविक है, क्योंकि “एमपी अजब है सबसे गजब है।” पिछले कुछ वर्षों में ममलेश्वर, ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर में श्रद्धालुओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। ओंकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की स्मृति में निर्माण किया जा रहे, एकात्म धाम से यह संख्या और अधिक बढ़ेगी। 2028 में सिंहस्थ कुंभ होने जा रहा है। इंदौर के इच्छापुर से ओंकारेश्वर तक चार लेन सड़क के बनने से श्रद्धालुओं को और अधिक सुविधा होगी। अभी हाल में प्रदेश के 30 रेलवे स्टेशनों का पुनर्निर्माण किया जा रहा है। इससे कनेक्टिविटी और सशक्त होगी कनेक्टिविटी बेहतर होती है तो इसका सीधा लाभ खेती, उद्योग, पर्यटन आदि सभी क्षेत्रों में मिलता है।
आने वाले 5 वर्ष बहनों और बेटियों के अभूतपूर्व सशक्तिकरण के वर्ष
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्ष नारी शक्ति के उत्थान के वर्ष रहे हैं। मोदी की गारंटी थी कि माता बहनों के जीवन की हर असुविधा और हर कष्ट को दूर करने का ईमानदारी से प्रयास किया जाएगा। इन्हीं प्रयासों को जारी रखते हुए यह विश्वास है कि आने वाले 5 वर्ष हमारे बहनों और बेटियों के अभूतपूर्व सशक्तिकरण के वर्ष होंगे। आने वाले वर्षों में हर गांव में अनेक लखपति दीदी बनेंगी। गांव की बहनें नमो ड्रोन दीदियां बनाकर खेती में नई क्रांति का आधार बनेगी। बहनों की आर्थिक स्थिति में अभूतपूर्व सुधार आएगा।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने डिंडोरी सड़क हादसे पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने मृतकों और घायलों के परिजनों को संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दुख की घड़ी में वह मध्यप्रदेश के परिवारों के साथ हैं।
प्रदेश में कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए सिंचाई सुविधा बड़ी उपलब्धि है- मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से मैं यशस्वी प्रधानमंत्री श्री मोदी का स्वागत करता हूँ। डबल इंजन की सरकार विकास के नए सौपान गढ़ती चली जा रही है। प्रदेश में कृषि के उत्पादन क्षेत्र में सिंचाई सुविधा बढ़ाते हुए बड़ी उपलब्धि हासिल की है। पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना की सौगात भी मध्यप्रदेश को मिली है। केन-बेतवा परियोजना आखरी चरण में है, जो जल्दपूरी होगी और सिंचाई के क्षेत्र में किसानों को लाभ होगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में नवाचार के कार्यक्रम लगातार हो रहे हैं।
प्रदेश में विकास का क्रम जारी रहेगा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में रोजगार और विकास के लिए औद्योगिक समिट हो रही है। उज्जैन क्षेत्रीय समिट होने जा रही है, जिससे उद्योगों की नई श्रंखला प्रदेश में प्रारंभ होगी। प्रदेश में धार्मिक पर्यटन की सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। काल गणना की नगरी उज्जैन आदिकाल से अपने खगोल ज्ञान के लिए जानी जाती रही है। विक्रमादित्य वैदिक घड़ी अद्भुत है, जिसकी आज शुरूआत हो रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में सुशासन के क्षेत्र में प्रगति हुई है, दुनिया हमें देख रही है। प्रदेश में विकास के क्रम को लगातार बनाए रखेंगे।
उज्जैन में विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का लोकार्पण
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मध्यप्रदेश में 17 हजार करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का वर्चुअली लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें सिंचाई, बिजली, सड़क, रेल, जल आपूर्ति, कोयला, उद्योग जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश में साइबर तहसील परियोजना का शुभारंभ किया। उन्होंने उज्जैन में विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का लोकार्पण भी किया।
कार्यक्रम से बड़ी संख्या में जुड़े नागरिक
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ला, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा, जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर, सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, सांसद श्री वी.डी. शर्मा, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, महापौर श्रीमती मालती राय तथा अन्य जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 230 विधानसभा क्षेत्रों से 15 लाख से अधिक लोग वर्चुअली शामिल हुए। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश की विकास गाथा की लघु वीडियो फिल्म भी दिखाई गई।
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समाचार

जनकल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं के लिए धन की कोई कमी नहीं- मुख्यमंत्री डॉ. यादव
एक मार्च को लाड़ली बहनों के खातों में राशि हस्तांतरित की जायेगी
सामूहिक विवाह समारोह फिजूलखर्ची रोकने का सशक्त माध्यम है
तय समय पर होगा जमीन का नामांतरण, बँटवारा और सीमांकन
मुख्यमंत्री आष्टा में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में हुए शामिल
विवाह सम्मेलन में 748 कन्याओं का विवाह एवं 179 निकाह हुये
आगर-मालवा, 29 फरवरी/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आष्टा में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वर-वधुओं को आशीर्वाद देते हुए उज्जवल भविष्य के लिए मंगल कामना की। विवाह सम्मेलन में 748 कन्याओं का विवाह धार्मिक रीति-रिवाज अनुसार संपन्न हुआ। समारोह में 179 मुस्लिम कन्याओं का निकाह भी कराया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वर-वधु को विवाह योजना के चेक भी प्रदान किये।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर कहा कि सामूहिक विवाह सम्मेलन फिजूलखर्ची रोकने एक अच्छा सशक्त है। सामूहिक विवाह सम्मेलन में सीमित संख्या में परिजन के साथ उपस्थित होकर पूरे रीति-रिवाज और धूमधाम से अपने बेटे-बेटियों का विवाह करने से फिजूल खर्ची नहीं होती और इससे धनराशि की बचत भी होती है, जो बच्चों के भविष्य की योजनाओं के लिए उपयोग की जा सकती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि दो दिन पहले मैंने भी अपने पुत्र का विवाह किया है, जिसमें मात्र 200 अतिथियों को ही आमंत्रित किया था।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संपन्न व्यक्ति अपने बच्चों की शादी में अपने और बच्चों के सपने साकार कर लेते हैं। गरीब माँ-बाप के लिए यह सपना ही रह जाता और शादी के लिए जमीन बेचने से लेकर कर्ज तक लेना पड़ता है। ऐसे ही गरीब माँ-बाप की बेटियों की शादी पारंपरिक रीति-रिवाज और धूमधाम से करने के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना चलाई जा रही है। आज निर्धन माता-पिता अपनी बेटी की शादी की चिंता से मुक्त हैं। डॉ. यादव ने कहा कि जनता के कल्याण के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजना के लिए धन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत वधु को 55 हजार रूपए शासन की और से दिए जाते हैं, जिसमें 49 हजार रूपए का चेक दिया जाता है।
जन-कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं के लिए धन की कमी नहीं
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। डबल इंजन की सरकार होने के कारण विकास की गति तेज हो गई है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के लिए यह प्रसन्नता का विषय है कि आज शाम 4 बजे प्रधानमंत्री श्री मोदी मध्यप्रदेश के 17 हजार 500 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास एवं निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण करेंगे। उन्होंने सभी नागरिकों से कहा कि वे प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम से जुड़ें और प्रदेश के विकास में सहभागी बनें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव कहा कि 28 फरवरी को प्रधानमंत्री श्री मोदी ने किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि की 16वीं किश्त की राशि ट्रांसफर की है। जल्द ही मध्य प्रदेश सरकार भी किसानों के खाते में सम्मान निधि की राशि हस्तांतरित करेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि एक मार्च को लाड़ली बहनों के खाते में राशि हस्तांतरित की जाएगी। उन्होंने कहा कि गरीब, किसान, मजदूर की भलाई के लिए चलाई जा रही योजनाओं के लिए धन की कमी नहीं आने दी जाएगी।
तय समय पर होगा नामांतरण, बँटवारा और सीमांकन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि किसानों को अब अपनी जमीन के क्रय विक्रय के पश्चात नामांतरण के लिए भटकना नहीं पड़ेगा सरकार द्वारा नामांतरण, बँटवारा, सीमांकन इन सबके लिए समय निर्धारित कर दिया गया है। अब जमीन खरीदने के साथ ही नामांतरण की व्यवस्था कर दी गई है। किसानों को नामांतरण के लिए पटवारी, तहसीलदार के चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा अब साइबर तहसील की व्यवस्था प्रारंभ कर दी गई है जिसके तहत नामांतरण के लिए आवेदन करते ही उनका नाम खाते में दिखने लगेगा और अब राजस्व प्रकरणों का निराकरण निर्धारित समय में हो जाएगा।
जनता के मान-सम्मान में ठेस बर्दाश्त नहीं
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारी सरकार जनता की सरकार है। गांव, गरीब और किसानों की सरकार है। सरकार चलाने का अर्थ है जनता की सेवा करना और उनके दु:ख-दर्द को दूर करना और समस्याओं का समाधान करना है। हमारी सरकार जनता की सरकार है और जनता के मान-सम्मान को बढ़ाने के लिए काम कर रही है। डॉ. यादव ने कहा कि जनता के मान-सम्मान को कोई ठेस पहुँचाएं, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सनातन संस्कृति त्याग और सेवा की संस्कृति है
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सनातन संस्कृति में त्याग और सेवा करने वाले लोगों की पूजा की जाती है। हमारी संस्कृति यह सिखाती है कि प्रत्येक व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए। सभी भारतीय हमारी सनातन संस्कृति के संवाहक हैं। उन्होंने कहा कि हमारी गंगा-जमुनी संस्कृति के कारण ही राम मंदिर का शिलान्यास और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर पूरे देश में हर्षोल्लास का वातावरण निर्मित हुआ और कहीं भी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। उन्होंने उपस्थित जन-प्रतिनिधियों से कहा कि पद पाकर जरा भी अहंकार नही आने दें और वह अपने कार्य, व्यवहार एवं सादगी और सरलता के साथ लोगों की सेवा करने की जनप्रतिनिधियों से अपील की। उन्होंने सामूहिक विवाह सम्मेलन में वैवाहिक-सूत्र में बंधे सभी नव-दंपतियों को संयुक्त परिवार का महत्व बताते हुए सभी को साथ लेकर चलने और पूरे परिवार को एक माला में पिरोकर रखने के लिए कहा।
राजस्व संबंधी लंबित प्रकरणों के निराकरण के लिए राजस्व महाअभियान
सामूहिक विवाह कार्यक्रम में राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा ने कहा कि किसानों के राजस्व संबंघी लंबित प्रकरणों के निराकरण के लिए राजस्व महाअभियान पूरे प्रदेश चलाया जा रहा है। कार्यक्रम में सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी तथा विधायक श्री गोपाल सिंह इंजीनियर ने भी संबोधित किया।
दूल्हों ने मुख्यमंत्री के साथ ली सेल्फी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सामूहिक विवाह समारोह स्थल पर पहुंच कर सबसे पहले दूल्हों का स्वागत किया। उन्होंने दूल्हों पर पुष्प वर्षा की और उन्हें आशीर्वाद दिया। इस दौरान दूल्हे मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी लेते रहे।
कार्यक्रम में यह थे उपस्थित
सीहोर विधायक श्री सुदेश राय, पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य श्री सीताराम यादव, पूर्व विधायक श्री रघुनाथ सिंह मालवीय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रचना सुरेंद्र मेवाड़ा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री जीवन सिंह मण्डलोई, आष्टा जनपद अध्यक्ष श्रीमती दीक्षा सोनूगुणवान, आष्टा नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती हेमकुंवर मेवाड़ा, श्री रवि मालवीय एवं अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
क्रमांक- 168

समाचार

मध्यप्रदेश निवेश के लिए तैयार – मुख्यमंत्री डॉ. यादव
सिंगापुर के निवेशक और कंपनियां मध्यप्रदेश में निवेश के लिए इच्छुक
मुख्यमंत्री डॉ. यादव से सिंगापुर के उच्चायुक्त श्री साइमन वांग ने प्रतिनिधि मंडल के साथ की सौजन्य भेंट
आगर-मालवा, 29 फरवरी/ मध्यप्रदेश के हर क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। निवेश के लिए इच्छुक सभी संस्थाओं को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जायेगी। यह बात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मुख्यमंत्री निवास पर भारत में सिंगापुर के उच्चायुक्त श्री साइमन वांग के प्रतिनिधिमंडल के साथ सौजन्य भेंट के दौरान कही। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रतिनिधिमंडल का शॉल और पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव को उच्चायुक्त श्री वांग ने बताया कि वे पहली बार मध्यप्रदेश आए हैं। मध्यप्रदेश में नवगठित सरकार ने पिछले 60 दिनों में विकास और जनहित के जो कार्य किए हैं वह प्रशंसा योग्य है। साथ ही प्रदेश में विकास के लिए निवेश के नए द्वार के रूप में उज्जैन में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन एक ऐतिहासिक निर्णय है। सिंगापुर के निवेशक और कंपनियां भी मध्यप्रदेश में निवेश के लिए इच्छुक हैं और उज्जैन के रीजनल कॉन्क्लेव में भाग लेने के लिए आए हैं।
सिंगापुर की कंपनी सैमकॉम ग्रीन ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश करती है। लोकसभा चुनाव के बाद यह कंपनी पवन ऊर्जा और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश के लिए मध्यप्रदेश आने की इच्छुक है। प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि उन्होंने भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क का भ्रमण किया है और स्किल के तकनीकी कोर्स में सिंगापुर भी एक सांझेदार है। उच्चायुक्त श्री वांग ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को सिंगापुर आने के लिए आमंत्रित भी किया।
प्रतिनिधिमंडल में सिंगापुर के कॉन्सुलेट जनरल श्री चियोंग मिंग फूंग, फर्स्ट सेक्रेटरी (पॉलिटिकल) श्री सीन लिम, फर्स्ट सेक्रेटरी (इकोनॉमिक) श्री विवेक रागुरामन, वाइस कोंसुल (पॉलिटिकल) श्री जाकाउस लिम और पॉलिटिकल एक्सोनॉमिकल विशेषज्ञ सुश्री एरिका मारिया साथ थी।
क्रमांक- 169

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