भारत,की जबर्दस्त कूटनीतिक,कार्रवाई,के चलते, पाकिस्तान,द्वारा कश्मीर,एजेंडे,को बढ़ावा देने के लिए D-8 इकोनॉमिक,फोरम,का उपयोग करने के पाकिस्तान,के प्रयास को सदस्य,देशों ने विफल, कर दिया,

0

भारत,की जबर्दस्त कूटनीतिक,कार्रवाई,के चलते, पाकिस्तान,द्वारा कश्मीर,एजेंडे,को बढ़ावा देने के लिए D-8 इकोनॉमिक,फोरम,का उपयोग करने के पाकिस्तान,के प्रयास को सदस्य,देशों

भारत हर फोरम पर पाकिस्तान को जबर्दस्त पटखनी दे रहा है. जो भी देश उसका साथ दे रहा है, भारत उसे भी रगड़ रहा है.

D-8 Economic block के दस्य देश हैं बांग्लादेश, मिस्र, इंडोनेशिया, ईरान, मलेशिया, नाइजीरिया, पाकिस्तान और तुर्की. पहले से ही पाकिस्तान के बहकावे में आ कर मलेशिया ओर तुर्की काश्मीर का मसला उठा कर भारत के गुस्से का शिकार हो चुके हैं. मलेशिया का प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद कश्मीर का मुद्दा उठा कर अपने पद से लताड़ा गया !! क्यूं की भारत ने पाम ऑयल के इंपोर्ट पर पुरा बैन लगा दिया, जिसके चलते मलेशिया का बिलियन्स डॉलर का नुकसान हुआ, ओर फिर मलेशिया ने भारत के सामने रिश्ते सुधारने के लिए कान पकड़कर गीड़गीड़ाने लगा. मलेशिया में प्रधानमंत्री बदले, फिर भारत के साथ मधुर संबंध बनाने के लिए वह आज तक लगे हुए है ! इससे भारत के आम आदमी को थोड़ी तकलीफ हुई, क्यूं की भारत में खाद्य तेल की किमते बढ़ गई. यह बात आज तक भारत के आम जनता को पता नहीं था कि भारत में खाद्य तेल की कीमतें एक झटके में इतने क्यूं बढ़ गए ? मोदीजी की सरकार तबसे दुसरे खाद्य तेल उत्पादक देशों से आयात करना शुरू किया ओर भारत में भी बड़े पैमाने पर पाम ऑयल की खेती करने के लिए किसानों को सब्सिडी देकर प्रोत्साहित किया. अब धीरे-धीरे खाद्य तेल की किमते निचे आ रही है. लेकिन भारत की इस कार्रवाई से मलेशिया तबसे कश्मीर का नाम सुनते ही कोसो दूर भागता है. चलिए अब तुर्की पर चलते हैं. तुर्की पाकिस्तान के बहकावे में आकर कश्मीर का मुद्दा जोर शोर से उठाया. तब भारत के डिप्लोमैट मिलकर तुर्की के कमजोर नस को टटोलना शुरू किया, और फिर भारत तुर्की के कट्टर दुश्मन ग्रीस के साथ डिप्लोमैटिक बर्ता शुरू करके तुर्की को यह संदेश दे दिया. तुर्की के सबसे नाजुक नब्ज़ को दबाना शुरू किया, भारत FATF का एक सदस्य देश है, वहां से तुर्की पर मुस्लिम ब्रदरहुड आतंकवादी के साथ सांठगांठ का मामला उठा कर सभी देशों पर जबर्दस्त दबाव डालकर तुर्की को FATF की ब्लॉक लिस्ट में डाला !! यह बात खुद तुर्की ने भी परोक्ष रूप से स्वीकार किया है कि हम कश्मीर का मामला उठाने से भारत सहित कई देश हमें FATF के ब्लाक लिस्ट में डाला, इस मामले पर तुर्की द्वारा रूस से S-400 खरीदने पर भी अमेरिका खफा था, जो घी में आग डालने का काम किया.

इससे टर्की का लिरा डॉलर के मुकाबले दिन दोगुनी ओर रात चौगुनी की तरह लुढ़कने लगा, इससे निपटने के लिए टर्की को बड़े बड़े नोट छापने पड़ गए,क्यूं की खाने के सामान से लेकर हर सामग्री के रेट आसमान छूने लग गए. फिर इसी मैके का फायदा उठाकर भारत की एक कंपनी ने टर्की के सबसे बड़ी युद्धक ड्रोन्स बनाने वाली कंपनी की आधी शेयर खरीद लिया जिससे भारत को भी बहुत फायदे हैं. भारत इन अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस ड्रोन्स की टेक्नोलॉजी को भी आसानी से ले पाएगा. आप लोगों को याद होगा कि अजरबैजान ओर आर्मेनिया के बीच युद्ध में टर्की के बनाए ड्रोन्स युद्ध की मोड ही बदल दिया था, जिससे आर्मेनिया की हार हुई थी. भारत के इस डिप्लोमेटिक बार से टर्की एक दम बैकफुट में चला गया है ओर तबसे तुर्की कश्मीर का नाम सुनते ही दुर भागता रहा है. बंगलादेश, मिस्र, इंडोनेशिया, इरान से हमारे गहरे ओर अच्छे संबंध हैं, रही नाइजीरिया की बात तो वह भारत के साथ अच्छे रिश्ते रखने के लिए लिए प्रयास रत है. तो मित्रों, आज भारत विश्व पटेल पर उभरता हुआ एक वैश्विक शक्ति बन गया है. विश्व में अब भारत जो भी बोलता है, उसे सभी देश गंभीरता से लेते हैं, भारत आज सामरिक शक्ति से ओर आर्थिक शक्ति से दुनिया की दिशा बदल रहा है, पाकिस्तान जैसे भिक्षुक देश तो स्वान की तरह भौंकते रहेंगे

Leave A Reply

Your email address will not be published.