बाराबंकी,शाईस्ता,अख्तर, को लॉक, डाउन, में गृहवाटिका, में फल, फूल, सब्ज़ियां, आदि उगाने के
उन्होंने कहा कि भारत की सभ्यता वनों की गोद में विकासमान हुई है।
शाईस्ता,अख्तर को लॉक, डाउन, में गृहवाटिका, में फल, फूल, सब्ज़ियां, आदि उगाने के लिए फूलों का पौधा, प्रशस्ति पत्र देकर संम्मानित, किया गया।
हमारे यहां ऋषि मुनियों ने इन वृक्ष की छांव में बैठकर ही चिंतन मनन के साथ ही ज्ञान के भंडार को मानव को सौपा है। वृक्षों की जड़ों से वर्षा ऋतु का जल धरती के अंक में पहुँचता है, यही जल स्त्रोतों में गमन करके हमें अपार जल राशि प्रदान करता है।
वृक्षारोपण मानव समाज का सांस्कृतिक दायित्व भी है
क्योंकि वृक्षारोपण हमारे जीवन को सुखी और संतुलित बनाए रखता है। देश के हर जागरूक नागरिक का कर्त्तव्य बनता है कि वह अपने लिए और अपने राष्ट्र के लिए वृक्षारोपण जरूर करे।
उन्होंने कहा कि पौधरोपण को मिशन के रूप में लेकर सोशल वेलफेयर ट्रस्ट के सभी पदाधिकारिय व सदस्य गावँ गावँ जाकर लोगों को पौधरोपण के महत्व को बता कर जागरूकता लाने का काम करेंगे ताकि पर्यावरण संरक्षण को बल मिल सके। पिछले साल 2019 मे विश्व पर्यावरण दिवस 50 पेड़ लगाए थे।
इस वर्ष एक मुहिम चलाई है कि पेड़ लगाने वाले व्यक्ति को निःशुल्क सदस्यता व सम्मानित करने की शुरूआत की गई है।उन्होंने हुए कहा कि जो व्यक्ति बीस पेड़ लगता है तो उसे निःशुल्क ट्रस्ट की सदस्यता मिलेगी और सम्मानित भी किया जाएगा।
आज शाइस्ता अख्तर ने खुद ही वृक्षारोपण नहीं किया अपितु ज़िले ले मुख्य चिकित्साधिकारी बाराबंकी डॉ0रमेश चंद्र जी, पी0ओ0 बाराबंकी डूडा,डॉ0 श्रीमती शशि जायसवाल जी आदि को तुलसी का पौधा उपहारस्वरूप दिया तथा प्रदीप सारंग सर ,गुले सबा ,तबस्सुम ज़हरा , लावण्या सिंह कोविड 19 पर किये गए सराहनीय कार्यों के लिए सभी को स्मृति चिन्ह दे कर सम्मानित किया।आंखें फाउन्डेशन द्वारा गठित ग्रीन गैंग /पर्यावरण सेना ने सबाह भाई, प्रदीप सारंग सर, सदानंद जी, हुमायूँ नईम भाई द्वारा शाईस्ता अख्तर को लॉक डाउन में गृहवाटिका में फल, फूल, सब्ज़ियां आदि उगाने के लिए फूलों का पौधा, प्रशस्ति पत्र देकर संम्मानित किया गया
शाईस्ता,अख्तर को लॉक, डाउन, में गृहवाटिका, में फल, फूल, सब्ज़ियां, आदि उगाने के लिए फूलों का पौधा, प्रशस्ति पत्र देकर संम्मानित, किया गया।