सड़को,में गड्ढे,या गढ्डों,में सड़क कहना मुश्किल,विचित्र, है,बाबाबैजनाथ

आगर मालवा अंकित दुबे हिन्द सत्ता
सरकार चाहे कितना भी सड़कों को गड्ढों से मुक्त होने का दावा करें, लेकिन शहर की कई प्रमुख सड़कें ऐसी हैं जो बेहद खस्ताहाल है! ये सड़कें शासन के दावों की पोल खोल रही हैं खास बात तो यह है कि गड्ढों में तब्दील हो चुकी इन सड़कों के निर्माण के लिए शासन के द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया जनप्रतिनिधि हो या अधिकारी उनकी गाड़ियां भी इन्हीं सड़कों मैं बने गड्ढों से होकर निकलती है जबकि सरकार सत्ता में हो तब ऐसी स्थिति है सड़कों का विवरण भी जरा देखिए आगर के बाबा बैजनाथ महादेव जो कि जिले से आगर कोटा राज्य मार्ग 4 किलोमीटर दूर स्थित है यह मंदिर बेट खेड़ा बाबा बैजनाथ महादेव के नाम से प्रसिद्ध है यह मंदिर अंग्रेजो के द्वारा बनाया गया था बाबा बैजनाथ महादेव के दर्शन के लिए मध्य प्रदेश एवं राजस्थान से हजारों की मात्रा में यहां दर्शन के लिए भक्त आते है हालाकि आगर कोटा राज्य मार्ग से मंदिर जाने वाला 1 किलो मीटर का मार्ग कैसा हो गया है जैसे कि सड़कों में गड्डे या गड्ढों में सड़क हो पर फिर भी इस हालात में बाबा बैजनाथ महादेव सावन माह के अंतिम सोमवार को अपने भक्तों के हाल-चाल जानने के लिए गड्ढे और पानी के बीच होकर नगर भ्रमण करते हैं देखा जाए तो जिले से लेकर राजधानी तक के जनप्रतिनिधि एव अधिकारी बाबा बैजनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं पर अपनी सत्ता के नशे में इतने डूबे हुए हैं वह पानी और गड्डे के बीच बनी 1 किलोमीटर की सड़क को बिन देखे ही पार कर जाते हैं