सर्वे कार्य समय-सीमा में पूर्ण कर जानकारी पोर्टल पर दर्ज करवाए
– सीईओ जिपं श्रीमती कौर

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सर्वे कार्य समय-सीमा में पूर्ण कर जानकारी पोर्टल पर दर्ज करवाए
– सीईओ जिपं श्रीमती कौर
उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अन्तर्गत जिला-स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित
आगर-मालवा, 08 जुलाई/ उल्लास नव भारत साक्षरता अभियान की एक दिवसीय जिला स्तरीय समीक्षा बैठक सह कार्यशाला सीईओ जिला पंचायत श्रीमती हरसिमरनप्रीत कौर की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभाकक्ष में सोमवार को सम्पन्न हुई। सीईओ जिला पंचायत श्रीमती कौर ने उल्लास नव भारत साक्षरता अभियान के संबंध में विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी, स्त्रोत समन्वयक, ब्लाक समन्वयक बीएसी एवं सीएसी को निर्देश दिए कि वर्ष-2011 की जनगणना अनुसार जिले में 1 लाख 87 हजार 319 चिन्हांकित असाक्षरों का शत-प्रतिशत सर्वे कार्य समय-सीमा में पूर्ण कर जानकारी पोर्टल पर दर्ज करवाए। इस कार्य में रूची नहीं लेने वाले एवं समयावधि में कार्यपूर्ण नहीं करने वाले अधिकारियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।
बैठक में जिला परियोजना समन्वयक श्री रजनीश स्वर्णकार एवं सहायक परियोजना समन्वयक श्री गंगाराम मेवाड़ा, जिला सह समन्वयक श्री मंगलेश सोनी सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें।
जिला परियोजना समन्वयक श्री स्वर्णकार द्वारा बताया गया कि उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के संयुक्त उपक्रम से संचालित है। इसकी लगातार मॉनिटरिंग राज्य एवं जिले स्तर से की जा रही है शत-प्रतिशत पोर्टल पर चिन्हांकित असाक्षरों की इंट्री की जाए एवं जिले से प्रतिदिन रिपोर्ट व्हाट्सअप ग्रुप में जारी की जाती है तो उसका तुरन्त क्रियान्वयन ब्लॉक सह समन्वयक के द्वारा विकासखंड स्तर से कार्ययोजना तैयार कर मॉनिटरिंग टीम को अवगत करवाते हुऐ राज्य द्वारा निर्धारित लक्ष्य अनुरूप कार्य संपादित करें। जिले के सीएसी और बीएसी अपने अपने प्रस्तावित भ्रमण कार्यक्रम का अप्रुवल बीआरसीसी से प्रत्येक माह की 5 तारीख के पूर्व लेवें।
जिला सह समन्वयक मंगलनेश सोनी द्वारा उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम पर प्रकाश डाला, उन्होंने बताया कि जिले में नारे लेखन कार्य करवाना एवं सामाजिक चेतना केन्द्रों पर नियमित रूप से अक्षर पौथी के माध्यम से पढ़ना लिखना कार्य संचालित हो एवं सामाजिक चेतना केन्द्र पर सभी आवश्यक सामग्री जैसे कि साक्षरता पंजी में निर्धारित कॉलम अनुसार इंट्री होना चाहिए और पुस्तकालय, अक्षर पौथी ,चाक, डस्टर, फलेक्स, पेम, स्लेट आदि आवश्यक सामग्री होना अनिवार्य है। उन्होंने आगे बताया कि जिले के प्रत्येक विकासखंड में 9 एवं 10 जुलाई तक तथा प्रत्येक संकुल केन्द्र पर 11 एवं 12 जुलाई 2024 तक एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित कर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाए। मास्टर ट्रेनर्स श्री मनोज दुबे द्वारा प्रजेन्टेशन दिया गया। जनशिक्षक श्री अंतिम खंदार द्वारा एनआईएलपी पोर्टल अन्तर्गत प्रौढ़ शिक्षा एप्प के बारे में प्रजेन्टेशन दिया गया।

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