*लोकसभा चुनाव 2024 से पहले प्रयागराज सहित हर शहर के सांसदों से सिर्फ उनके कार्यों का ब्यौरा ही नहीं बल्कि उनकी आय से अधिक संपत्ति का ब्यौरा भी मांगा जाना चाहिए और ये भी देखा जाना चाहिए की आखिर उन्होंने जनताहित में अपने अपने क्षेत्रों में किस तरह का काम किया अथवा नहीं सिर्फ जातिवादिता निभाने वाले और मात्र फीता काटने वाले और अपना ही हित महिमामंडन गुणगान करने वाले सांसदों को टिकट देना जनता के साथ खिलवाड़ करने जैसा होगा प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी को इस पर ज़रूर ध्यान केंद्रित करता चाहिए ताकि शहर का और जनता का समुचित विकास संभव हो सके साथ ही ख़ास तौर पर ये भी देखा जाना चाहिए कि परिवारवाद दल बदल की राजनीति करने वालों को सिरे खारिज कर युवाओं को आगे लाना चाहिये ताकि वो देश के भविष्य यानि युवा पीढ़ी को समझें और हर प्रकार की समस्याओं दुख दर्द से उन्हें और आम जनता को निजात दिलायें क्योंकि जब सरकारी नौकरी में कार्य करने की मियाद सिर्फ 60-62 है तो फिर आखि़र इस उम्र को पार कर चुकें सांसदों को टिकट देनें का क्या मतलब??स्वयं विचार किजिए जब संसद नई है तो फ़िर सांसद भी नया होना चाहिए और जनता को भी इसका संज्ञान ज़रूर लेना चाहिए ताकि शहर और उनका समुचित विकास संभव हो पाये अपने मत की क़ीमत समझें और मत का प्रयोग सोच समझकर करें एक वोट करे चोट अपने वोट की क़िमत समझिये तभी नेता भी आपकी क़िमत समझेगें जनहित जारी*
