🔸दिल्ली मैं दिया देश भक्ति-जन सेवा का परिचय,जिसकी चर्चा अब उज्जैन तक,,
*🚨उज्जैन निवासी एक ईमानदार पुलिस वाले की कहानी*
🔸दिल्ली जैसा महानगर जहां पर आज इंसान को इंसान से बात करने की ठीक से फुर्सत तक नहीं,वहां पर उज्जैन के एक अधिकारी ने ईमानदारी कि मिसाल पेश की है,, मार्ग में लावारिस पड़ी फाइल जिसमें हजारों की नगदी सहित लाखों के सिग्नेचर करे हुए चेक एवं अनेक अति महत्वपूर्ण कागजात फाइल में थे,,संबंधित को ढूंढ कर पुनः लौटाएं,,
🔸हुआ कुछ यूं कि गुरुवार सुबह नई दिल्ली के डिप्लोमेटिक एरिया लुटियंस जोन नार्थ एवेन्यू में मॉर्निंग वॉक के दौरान उज्जैन मालीपुरा निवासी संदीप कुमार गोयल जो भाजपा के वरिष्ठ नेता के पीएसओ के रूप में दिल्ली में बंगले में कार्यरत है,,उन्हें गुरुवार सुबह मॉर्निंग वॉक के दौरान रास्ते में किसी की एक गिरी हुई फाइल नजर आई,,इस पर संबंधित की जानकारी जुटाने के लिए खोलकर देखा तो उसमें करीब 50 हजार नगदी,60 लाख से अधिक का साइन किए हुए चेक,कुछ महत्वपूर्ण रजिस्ट्री एवंअन्य दस्तावेज मिले,किसी तरह मोबाइल नंबर खोज कर संबंधित व्यक्ति से संपर्क कर उन्हें दस्तावेज लौटाए,इस पर पंजाब निवासी व्यक्ति ने खुशी जाहिर की व कहा कि दिल्ली में भी ऐसे ईमानदार लोग मौजूद है बड़ा अच्छा लगा,यह सारे कागजात में रख लेता हूं,,यह नगदी आपको मैं देकर ईमानदारी के लिए पुरस्कृत करना चाहता हूं,,आप इसे रखें,,
🔸🚨इस पर मूल रूप से मध्य प्रदेश पुलिस में 16 वर्ष बतौर ड्यूटी बिता चुके संदीप गोयल ने कहा कि मैं बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन से बिलॉन्ग करता हूं और यह इमानदारी भी उन्हीं की देन है आप यह नगदी सहित सारा सामान खुशी-खुशी अपने साथ वापस लेकर जाए,बस यही देशभक्ति और जन सेवा है,,
🔸निश्चित रूप से इस प्रकार के व्यवहार से शहर का नाम तो रोशन होता ही है साथ ही पुलिस विभाग के प्रति भी आमजन में सम्मान बढ़ता है,,यह खबर लिखना इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि आज की तारीख में जहां लोग 500 का नोट भी सड़क पर नजर आने पर चुपचाप जैब में रखकर निकल जाते हैं ऐसे में 50 हजार नगदी एवं लाखों का अन्य सामान संबंधित को ढूंढकर लौटना बड़ी बात है,,ऐसी खबरें कम ही सामने आती है,,