
सरहद पर न रहे किसी भाई की कलाई खाली
हर फौजी भाई की कलाई पर बंधे रक्षा सूत्र
आगर-मालवा
सरहद पर देश की सुरक्षा में डटे किसी भी भाई की कलाई रक्षाबंधन पर खाली नही रहना चाहिए इसी उद्देश्य के साथ हम पिछले 25 वर्षो से लगातार देश की विभिन्न सीमाओं पर पहुंचकर सैनिक भाईयों को रक्षा सुत्र बांधते है रेशम की डोर से एक अटूट रिश्ता भाईयों से बनता है इसमें सभी की सहभागिता होनी चाहिए यह बात राष्ट्र रक्षा मिशन बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति अध्यक्ष गौरी बालापुरी पदम ने यात्रा के आगर पड़ाव के दौरान सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में आयोजित समारोह के दौरान कही। आपने आगे कहा कि राष्ट्र रक्षा मिशन के माध्यम से हम बैतूल से यात्रा निकाल कर बाड़मेर तक जा रहे है और इसमें जगह-जगह से रक्षा सूत्र एकत्रित कर रहे है। यात्रा आरंभ करने से पूर्व ही 24 हजार राखी पोस्ट करके निकले है। हमारे दल में शामिल बहनें बाड़मेर राजस्थान बार्डर पर तैनात सैनिक भाईयों को राखी बांधकर रक्षाबंधन पर्व मनाएगी।
सुबह 9 बजे सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित हुए इस कार्यक्रम की शुरूआत मॉ सरस्वती के पूजन उपरांत की गई। कार्यक्रम वरिष्ठ नागरिक गोवर्धनलाल मित्तल, भूतपूर्व सैनिक सूरज गवली, अशोक गवली, मोहन देवड़ा के आतिथ्य में आयोजित हुआ। यात्रा में शामिल सदस्यों का स्वागत नगर पालिका अध्यक्ष निलेश जैन पटेल, सीएसपी मोतीलाल कुशवाह, सीएमओ पवन कुमार फूलफकीर, योगेन्द्र परमार, राजेश देसाई, गिरीश सक्सेना, लेखांत तिवारी, सतीश गेहलोत, जगदीश गवली, जगदीश सोनी, महेन्द्र माहेश्वरी, हुसैन सैफी, अभिलाषा श्रीवास्तव, संदीप ननवाना, कृष्णपाल सिंह चौहान, आयुष तिवारी आदि ने किया। यात्रा अध्यक्ष एवं सदस्यों द्वारा उपस्थित सेवानिवृत्त सैनिक तथा वरिष्ठ नागरिकों का व आयोजको का सम्मान किया गया। वहीं यात्रा में शामिल सभी सदस्यों को स्मृति चिन्ह आयोजको द्वारा भेंट किया गया। इस अवसर पर प्रेस क्लब अध्यक्ष दुर्गेश शर्मा, धीरप हाड़ा, अनिल गवली, अरविंद सक्सेना, घनश्याम गवली सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। संचालन शरद बंशिया ने किया।
सांस्कृति कार्यक्रमों की दी प्रस्तुति
समारोह के दौरान देशभक्ति से ओतप्रोत तथा आदिवासी अंचल की परम्पराओं से अवगत कराने के उद्देश्य के साथ यात्रा में शामिल महिलाओं व युवतियों तथा बालिकाओं द्वारा अलग-अलग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की आकर्षक प्रस्तुतियां दी गई। जैसे ही सांस्कृतिक कार्यक्रम आरंभ हुआ तो तालियों की गडगड़़ाहट से कार्यक्रम स्थल गुंज उठा।
बांधे रक्षा सूत्र
कार्यक्रम के दौरान यात्रा समिति अध्यक्ष व अन्य महिलाओं द्वारा भूतपूर्व सैनिक तथा नगर का प्रतिनिधित्व करने वाले नपाध्यक्ष को रक्षा सूत्र बांधते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।
