सरकार के पहले तीन माह वित्तीय प्रबंधन की दृष्टि से उपलब्धि पूर्ण रहे :मुख्यमंत्री डॉ. यादव

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// समाचार //
सरकार के पहले तीन माह वित्तीय प्रबंधन की दृष्टि से उपलब्धि पूर्ण रहे :मुख्यमंत्री डॉ. यादव


अटकलों के बावजूद कोई योजना बंद नहीं की गई
राज्य शासन के पास पर्याप्त वित्तीय संसाधन उपलब्ध
31 मार्च तक के लक्ष्य प्राप्ति के लिए विभाग सघन प्रयास करें
प्रधानमंत्री श्री मोदी के सम्मान में पीएम श्री के नाम से आरंभ हो रही हैं पर्यटन और धार्मिक क्षेत्र के लिए हवाई सेवाएं
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्री परिषद की बैठक से पहले किया संबोधित
वंदे मातरम के गान के साथ आरंभ हुई मंत्री परिषद की बैठक
मुख्यमंत्री डॉ. यादव का मंत्री परिषद के सदस्यों ने सरकार की लगभग 100 दिनों की उपलब्धि के लिए मेजें थपथपाकर किया अभिवादन
   आगर-मालवा, 14 मार्च/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्री परिषद की बैठक से पहले अपने संबोधन में कहा कि राज्य शासन के प्रथम तीन माह (लगभग 100 दिन) वित्तीय दृष्टि से उपलब्धि पूर्ण रहे हैं। तमाम अटकलों के बावजूद राज्य शासन द्वारा कोई भी योजना बंद नहीं की गई है। राजस्व और पूंजीगत व्यय की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए राज्य शासन के पास पर्याप्त वित्तीय संसाधन उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक मंत्रालय में वंदे मातरम के गान के साथ आरंभ हुई।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राजस्व संग्रहण से जुड़े विभागों से अपेक्षा की कि वे इस वर्ष के वित्तीय लक्ष्य तथा प्रथम तिमाही के लक्ष्य को भी शत प्रतिशत प्राप्त कर उपलब्धि दर्ज कराएं। पूंजीगत कार्यों में मार्च माह में अब तक, खर्च में कमी परिलक्षित हो रही है। उन्होंने कहा कि 31 मार्च से पहले लक्ष्य के अनुसार खर्च सुनिश्चित किया जाए। पर्याप्त वित्तीय तरलता उपलब्ध है, विभाग प्रतिदिन समीक्षा कर लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें। विशेष रूप से जल संसाधन, एनवीडीए, लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, नगरीय विकास एवं आवास तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित की जाए। डॉ मोहन यादव ने कहा कि इस अवधि में वित्तीय संसाधनों का किसी प्रकार का अभाव नहीं होगा, इससे कार्यों की गति और उन्हें पूर्णता तक पहुंचाने के लिए सघन मॉनिटरिंग की आवश्यकता होगी। इससे सरकार का परफॉर्मेंस जनता के सामने आएगा और विभागों की अपनी साख भी बनेगी। प्रभावी वित्तीय प्रबंधन के परिणाम स्वरूप राज्य सरकार इस स्थिति में आई है, सभी विभाग इस उपलब्धि के लिए बधाई के पात्र हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अंतर राज्य हवाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में हवाई सेवा आरंभ की जा रही है। ग्वालियर और जबलपुर के लिए यह सेवा आज से आरंभ होगी, जिसका विस्तार सागर, रीवा, रतलाम तथा अन्य स्थानों पर किया जाएगा। जहां-जहां हवाई पट्टी और यात्रियों की उपलब्धता होगी वहां यह सुविधा शीघ्र आरंभ होगी। यह समय की मांग भी है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि धार्मिक पर्यटन को सुविधाजनक बनाने और प्रोत्साहित करने के लिए हवाई सेवा आरंभ की जा रही है। प्रारंभिक रूप से इंदौर को केंद्र बनाते हुए उज्जैन तथा ओम्कारेश्वर के लिए हवाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। दोनों हवाई सेवाओं का नाम यशस्वी प्रधानमंत्री के नाम पर रखते हुए पीएम श्री रखा गया है। इससे धार्मिक पर्यटन व बढ़ने के साथ-साथ बड़े शहरों से कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने 100 दिन की अवधि में राज्य शासन की इन उपलब्धियां के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। मंत्री परिषद के सदस्यों ने मेजें थपथपाकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का अभिवादन किया।
क्रमांक-126

// समाचार //
पर्यटन स्थलों और प्रमुख शहरों तक हवाई सेवा हमारी प्राथमिकता: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा तथा पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा का शुभारंभ
उज्जैन, ओंकारेश्वर के बाद दतिया, मैहर, ओरछा के लिये भी शुरू होगी हवाई सेवा
   आगर-मालवा, 14 मार्च/ मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश भौगोलिक दृष्टि से बड़ा प्रांत है। सड़क और रेल मार्ग से तो प्रदेश में आवागमन की सुविधा विद्यमान है, इसके साथ ही अब राज्य शासन द्वारा हवाई मार्ग से भी कम समय में एक स्थान से दूसरे स्थान पहुंचने की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। प्रदेश के धार्मिक पर्यटन, अन्य पर्यटन स्थान और बड़े शहरों तक हवाई सेवा का विस्तार प्राथमिकता से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा तथा पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा के शुभारंभ अवसर पर राजकीय विमानतल भोपाल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश पर ईश्वर की विशेष कृपा है। अमरकंटक से निकलने वाली मां नर्मदा मध्यप्रदेश के साथ-साथ गुजरात की भी जीवन रेखा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की पहल पर देश को ऊर्जा और सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने में मां नर्मदा का उल्लेखनीय योगदान रहा है। प्रदेश में आरंभ हो रही हवाई सेवा से धार्मिक के साथ-साथ व्यापारिक, प्रशासनिक गतिविधियों तथा सभी प्रकार की परिस्थितियों में एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाना त्वरित रूप से संभव होगा। हमारा प्रयास होगा कि सभी जिलों में हवाई पट्टियां बने और अंतरराज्यीय हवाई सेवा का विस्तार हो।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि इंदौर से महाकालेश्वर तथा ममलेश्वर (ओंकारेश्वर) के लिए हवाई सेवा के बाद केदारनाथ और यमुनोत्री के समान दतिया, मैहर, ओरछा आदि के लिये कम समय में दर्शन के लिए हेलिकॉप्टर सेवा आरंभ की जाएगी। प्रदेश के सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों तक हवाई सुविधा के विस्तार का प्रयास होगा। पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण अन्य स्थान जैसे कान्हा, बांधवगढ़ तक वायु सेवा का विस्तार करने की भी योजना है। पूर्णतः राज्य शासन द्वारा पोषित इन योजनाओं से राज्य सरकार द्वारा धार्मिक तीर्थाटन के लिए संचालित योजनाओं को जोड़ कर प्रदेश में विद्यमान तीर्थ स्थलों की यात्रा कराने की व्यवस्था की जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दोनों योजनाओं के शुभारंभ की घोषणा की। उन्होंने रिमोट का बटन दबाकर दोनों योजनाओं का शुभारंभ किया तथा झंडी दिखाकर दो विमान और एक हेलीकॉप्टर रवाना किए।  उन्होंने कहा कि शुभारंभ में मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, राज्य मंत्री श्री गौतम टेटवाल, श्री नरेश शिवाजी पटेल और डॉक्टर प्रतिमा बागड़ी इंदौर की यात्रा कर रहे हैं। इसी प्रकार मंत्री श्री राकेश सिंह, श्रीमती संपत्ति उइके और श्री धर्मेंद्र लोधी जबलपुर प्रस्थान कर रहे हैं। ग्वालियर के लिए आरंभ हो रही सेवा में उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा, मंत्री श्री एंदल सिंह कंसाना, श्री नारायण सिंह कुशवाहा तथा श्री प्रद्युम्न तोमर रवाना हुये।
पर्यटन को लगेंगे पंख- पर्यटन मंत्री श्री लोधी
समारोह में पर्यटन, संस्कृति, धर्मस्व एवं धार्मिक न्यास मंत्री श्री धर्मेन्द्र लोधी ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की प्रेरणा से मध्यप्रदेश को ‘पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा’ और ‘पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा’ की सौगात मिल रही है। इससे प्रदेश के पर्य़टन को नए पंख लगेंगे। पहली बार 2 ट्विन इंजन एयरक्राफ्ट चलाये जा रहे हैं, जिसमें हवाई सफर बेहद सुरक्षित होगा। किफायती दरों पर पर्य़टक, श्रद्धालु या आम नागरिक एक शहर से दूसरे शहर बेहद कम समय में पहुंच सकेंगे। हवाई सेवा के माध्यम से प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्र पर्यटन के नक्शे में जुड़ जाएंगे, जिसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा, रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा के संचालन के लिये हुआ एमओयू
पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा के संचालन के लिये पर्यटन बोर्ड एवं जेट एयर सर्विस (फ्लायओला) संस्था के बीच एमओयू हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की उपस्थिति में  टूरिज्म बोर्ड के अपर प्रबंध संचालक श्री विवेक श्रोत्रिय एवं संस्था के प्रबंध संचालक श्री एम. राम ओला ने आदान-प्रदान किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने झाबुआ, खरगोन एवं मंडला एयरस्ट्रीप के संचालन के लिए अभिस्वीकृति पत्र (एल.ओ.ए.) प्रदान किये गए।
इस अवसर पर जनजातीय कार्य और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन मंत्री कुंवर विजय शाह, राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा, परिवहन और स्कूल शिक्षा मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह, जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती निर्मला भूरिया, खाद्य मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग, वन राज्य मंत्री श्री दिलीप अहिरवार, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री श्री नरेंद्र शिवाजी पटेल सहित अन्य मंत्रीगण, प्रमुख सचिव विमान श्री संदीप यादव, प्रबंध संचालक पर्यटन विकास निगम श्री इलैया राजा टी, अपर प्रबंध संचालक एमपी टूरिज्म बोर्ड श्री विवेक श्रोत्रिय  सहित विभागीय, स्थानीय अधिकारी और बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।
दो माह में होगा सुचारू संचालन
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति और प्रबंध संचालक म.प्र. टूरिज्म बोर्ड श्री शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा के सुचारू संचालन के लिए संस्था फ्लायओला के साथ अनुबंध किया गया है। ऑपरेटर संस्था द्वारा अनुबंध के अनुसार दो माह के भीतर फ्लाइट रूट का चयन, टिकट काउंटर स्थापना, लोकल स्टाफ चयन एवं प्रशिक्षण इत्यादि कार्य करने होंगे। इसके पश्चात नियमित रूप से सेवाओं का संचालन प्रारंभ किया जाएगा। 8 सीटर वाले 2 ट्वीन इंजन एयरक्राफ्ट चलाये जाएंगे, जिसमें प्रदेश के प्रमुख हवाई अड्डों इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, भोपाल, खजुराहो के साथ-साथ अन्य छोटे हवाईअड्डों को भी जोड़ा जाएगा।
पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा
पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा के तहत मध्यप्रदेश के आध्यात्मिक केंद्रों तक श्रद्धालुओं की पहुंच सुगम होगी। इस सेवा के माध्यम से श्रद्धालु विशेषकर बुजुर्ग, दिव्यांग प्रदेश के दो ज्योतिर्लिंग उज्जैन एवं ओमकारेश्वर तथा अन्य धार्मिक स्थलों पर आसानी से पहुँच जाएंगे। योजना के अंतर्गत एक ट्विन इंजन हेलीकॉप्टर एवं दो सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर होंगे। एक ट्विन इंजन हेलीकॉप्टर भोपाल में तथा एक-एक सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर इंदौर तथा उज्जैन में होंगे। बुकिंग मध्यप्रदेश टूरिज्म के पोर्टल, मेक माय ट्रिप, अगोड़ा इत्यादि से ऑनलाइन की जा सकेगी।
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// समाचार //
द्रोणाचल स्थित वॉर मेमोरियल जन सामान्य के लिए खोला जाएगा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव से सेना के जनरल आफिसर कमांडिंग श्री प्रीतपाल सिंह ने की सौजन्य भेंट
    आगर-मालवा, 14 मार्च/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से भोपाल स्थित सेना के स्ट्राइक कोर के जनरल आफिसर कमांडिंग श्री प्रीतपाल सिंह तथा ब्रिगेडियर एस.एस. छिल्लर ने समत्व भवन में सौजन्य भेंट की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव को हेड क्वार्टर 21 कोर की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को जीओसी श्री प्रीतपाल सिंह ने अवगत कराया की द्रोणाचल स्थित वॉर मेमोरियल शीघ्र ही जन सामान्य के लिए खोला जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हरदा सहित अन्य आपदाओं के दौरान सेना द्वारा दिए गए त्वरित सहयोग की सराहना की। कर्नल विशाल आहूजा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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// समाचार //
नई शिक्षा नीति की मंशा अनुरूप प्रत्येक बच्चे को मिलेगी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा : स्कूल शिक्षा मंत्री श्री सिंह
मंत्रालय में आरटीई लॉटरी से मिला बच्चों को प्रायवेट स्कूलों में प्रवेश
   आगर-मालवा, 14 मार्च/ स्कूल शिक्षा मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह ने कहा है कि मध्यप्रदेश में नई शिक्षा नीति को प्रभावी रूप से लागू किया जा रहा है। नवीन शिक्षा नीति में प्रदेश के प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाई जायेगी। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री सिंह आज मंत्रालय में निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 के तहत प्रायवेट स्कूलों में निःशुल्क प्रवेश के लिये ऑनलाइन लॉटरी का शुभांरभ करने के बाद जिला मुख्यालयों पर उपस्थित पालकों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण राज्य शिक्षा केन्द्र के यू-ट्यूब चैलन पर भी किया गया। स्कूल शिक्षा मंत्री ने सिंगल क्लिक के माध्यम से 30 जिलों के 33 लाख छात्रों को गणवेश की राशि करीब 137 करोड़ रुपये बैंक खातों में अंतरित की। इस मौके पर स्कूल शिक्षा विभाग के उल्लास कार्यक्रम के लिये तैयार किये गये मोबाइल एप की शुरूआत भी की गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के माध्यम से देशभर में नई टेक्नोलॉजी को बढ़ावा दे रहे हैं। इस कार्यक्रम में भी उन्नत तकनीक का उपयोग करते हुए करीब एक लाख 25 हजार बच्चों को प्रायवेट स्कूल में प्रवेश-पत्र उपलब्ध कराये गये हैं। संचालक श्री एस धनराजू ने बताया कि प्रदेश में ऑनलाइन प्रक्रिया वर्ष 2016-17 से प्रारंभ कि गयी है। इस प्रक्रिया में पालकों को अपने पड़ोस में ही अच्छे प्रायवेट स्कूल में बच्चों के प्रवेश की सुविधा दी जा रही है। प्रक्रिया मं  पूरी पारदर्शिता रखी गयी है।
प्रायवेट स्कूलों में बच्चों को मिला प्रवेश
कार्यक्रम में बताया गया कि इस वर्ष एक लाख 48 हजार बच्चों द्वारा आधार सत्यापन कर ऑनलाइन आवेदन जमा किये गये। इनमें 77 हजार 473 बालक तथा 71 हजार 22 बालिकाओं के आवेदन प्राप्त हुए। नर्सरी की कक्षाओं के लिये 92 हजार 398, के.जी.-1 के लिये 42 हजार 509, के.जी.-2 के लिये 1712 तथा कक्षा-1 के लिये 11 हजार 876 आवेदन मिले हैं। इन बच्चों से फार्म भरने के लिये कोई शुल्क नहीं लिया गया। दस्तावेज सत्यापन के बाद एक लाख 24 हजार 386 बच्चे पात्र पाये गये। इन बच्चों को इस वर्ष 23 मार्च तक अनिर्वाय रूप से प्रवेश दे दिया जायेगा।
उल्लास कार्यक्रम
कार्यक्रम में बताया गया कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा नवभारत साक्षरता में उल्लास कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में विशेष कक्षा लगाकर चयनित व्यक्तियों को साक्षर किया जा रहा है। इसके लिये प्रदेश में 2 बार मूल्यांकन परीक्षा आयोजित की जा रही है। आज तैयार एप कार्यक्रम को और गति देगा।
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