सांवेर रोड की घटना:मंदिर में रात 1 बजे लूट; संत, महंत, पुजारी को पीटकर बंधक बनाया, 80 हजार ले गए*
शहर में डकैती की वारदातें लगातार हो रही हैं। सांवेर रोड स्थित अलवासा गांव के एक मंदिर में रात 1 बजे हथियारधारी बदमाशों ने डाका डाल दिया। नकाबपोश बदमाशों ने संत और पुजारी पर लट्ठ से हमला कर उनके हाथ-पैर बांध दिए। फिर अंदर कमरे में घुसकर महंत को लट्ठ मारकर उन्हें भी बंधक बनाया। इसके बाद मंदिर निर्माण का 80 हजार रुपए चंदा और अन्य कीमती सामान लेकर भाग गए।
बाणगंगा पुलिस के अनुसार घटना अलवासा गांव से एक किमी दूर स्थित जय मां वैष्णोधाम शक्तिपीठ संत सेवा आश्रम में बुधवार देर रात हुई है। महंत कमलदास महाराज ने बताया रात 1 बजे नकाबपोश बदमाश आए। मारपीट कर धमकाया कि चिल्लाना मत। फिर उनके हाथ-पैर बांध दिए। बदमाशों ने छानबीन की और 80 हजार रुपए चंदा लूटा।
इसके बाद माता जी के मंदिर में जाकर छानबीन की। वहां से कुछ सामान और दानपेटी से पैसे चुराए। उनके जाने के आधा घंटे बाद हम तीनों ने एक-दूसरे को दांतों से फंदे खोलकर आजाद करवाया। फिर पुलिस को सूचना दी। महंत ने बताया कि बदमाश 25-30 साल के थे। उन्होंने काले रंग के हाफ बांह की शर्ट, हाफ लोअर पहना था जबकि मुंह पर मास्क था। उनके हाथ में नए लट्ठ, चाकू और गुप्ती थी। वे हिंदी भाषा में बात कर रहे थे। उन्होंने तीन-चार बार मेरा नाम पुकारा, इससे लग रहा है कि वे पहले से जानते हैं।
*40 साल पुराना है यह आश्रम और मंदिर*
यह आश्रम 40 साल पुराना है। यहां महंत 25 साल से ठहरे हैं। पुजारी शर्मा को 1 साल पहले यहां लाया गया था। टीआई लोकेंद्र सिंह भदौरिया ने बताया बदमाश खेतों से होकर आए थे इसलिए उनका हुलिया नहीं मिला है। जिस तरह से महंत का नाम पुकार रहे थे उससे लग रहा है बदमाश स्थानीय हैं। हालांकि बाग-टांडा गैंग की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।